
दोस्तों, देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने अपने ग्राहकों को अलर्ट जारी किया है की साइबर fraud से बचने के लिए इन चार एप से बचकर रहें, वरना खाता खाली हो सकता । रिपोर्ट के अनुसार ,चार महीने में स्टेट बैंक के 150 ग्राहकों का 70 लाख से ज्यादा की चपत इन एप से लग चुकी है। साइबर fraud बातों में फंसाकर एप डाउनलोड करा लेते हैं और आपके खाता से रुपये चुरा लेते हैं।
साइबर fraud की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए स्टेट बैंक ने अपने खाताधारकों से कहा है कि एनीडेस्क(AnyDesk), क्विक सपोर्ट(QuickSupport), टीमव्यूअर(TeamViewer) और मिंगलव्यू(Mingleview) एप को भूलकर भी अपने मोबाइल पर इस्टॉल न करें। एसबीआई(SBI) ने अपने खाताधारकों को यूनीफाइड पेमेंट सिस्टम को लेकर भी सतर्क किया है और कहा है कि किसी भी अज्ञात सोर्स से यूपीआई कलेक्ट रिक्वेस्ट(Request) या क्यूआर कोड(QR Code) स्वीकार न करें।
अज्ञात वेबसाइटों से हेल्पलाइन नंबर खोजने की भूल न करें, क्योंकि आधा दर्जन से ज्यादा फर्जी वेबसाइट एसबीआई के नाम पर साइबर fraud ने चला रखी हैं , जिससे भोले भाले ग्राहक आसानी से उनके झासे में आ जाते और सारी जानकारिया fraud को बता देते हैं जिसका फायेदा साइबर fraud उठाता है और आपका खाता को खाली कर देता हैं। किसी भी समाधान के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर ही जाएं और ठीक से चेक करने के बाद ही अपनी सूचनाएं साझा करें।
ग्राहकों को बैंक ने सलाह दी है कि प्रत्येक डिजिटल लेनदेन के बाद बैंक एसएमएस भेजता है। अगर आपने लेनदेन नहीं किया है तो तुरंत उस मैसेज को एसएमएस में दिए गए नंबर पर फॉरवर्ड कर दें।
फर्जीवाड़े का शिकार हो गए हैं तो यहां करें रिपोर्ट
- कस्टमर केयर नंबर- 1800111109/9449112211(To Block Card), 080-26599990/1800 425 3800/1800 11 22 11
- 155260 (नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल)
- अगर आपके साथ साइबर क्राइम (Cyber Crime) हुआ है या फिर आपके इसके शिकार हुए हैं तो इसके लिए सबसे पहले आपको राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इस वेबसाइट पर जाने के लिए आपको cybercrime.gov.in पर क्लिक करके अपना कंप्लेंट रजिस्टर करना होगा।
साइबर अपराध क्या है | Cyber Crime
INDIAN CYBERCRIME COORDINATION CENTRE (I4C) SCHEME | भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) योजना